Super Exam Economics Financial Market / वित्तीय बाजार Question Bank भारत का वित्तीय बाजार

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    हाल ही में भारतीय बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा अंतर-ऋणदाता करार पर हस्ताक्षर करने का क्या उद्देश्य था।

    A)  भारत सरकार के राजकोषीय घाटे और चालू लेखा घाटे के वर्षानवर्ष पड़ने वाले भार को कम करना।

    B)  केन्द्रीय और राज्य सरकारों की आधारित संरचना परियोजनाओं को संबल प्रदान करना।

    C)  50 करोड़ या अधिक के ऋणों के आवेदनों के मामले में स्वतंत्र नियामक के रूप में कार्य करना।

    D)  50 करोड़ या अधिक की दबावयुक्त परिसम्पत्तियों का जो सह संघ उधारी के अंतर्गत है, अधिक तेजी से समाधान करने का लक्ष्य रखना।

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर- 50 करोड़ या अधिक की दबावयुक्त परिसम्पत्तियों का जो सह संघ उधारी के अंतर्गत है, अधिक तेजी से समाधान करने का लक्ष्य रखना।
    व्याख्या-सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की गैर-निष्पादनकारी परिसंपत्तियों और दबावग्रस्त परिसंपत्तियों की समस्या के समाधान हेतु सुनील मेहता की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया। इस समिति के रिपोर्ट के आधार पर ही एक समय नीति प्रोजेक्ट सशक्त नामक शीर्षक से तैयार इस रिपोर्ट में तनावग्रस्त बैंकिंग प्रणाली से उबरने के लिए पाँच रणनीतिक सुझाव दिए जिसमें सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग आधारित बैंक केन्द्रित संकल्प, सुझाव, एसेंट मैनेजमेंट कंपनी अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फंड केन्द्रित सुझाव, एनसीएनटी आईबीसी आधारित सुझाव, परिसंपत्तियों के लेन-देन के प्लेटफार्म पर आधारित है।


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