A) धनुर्धारी प्रकार
B) मयूर प्रकार
C) प्ररषु प्रकार
D) वीणावादन प्रकार
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - मयूर प्रकार व्याख्या - समुद्रगुप्त की विविध प्रकार की मुद्रायें उसके जीवन एवं कार्यों पर सुन्दर प्रकाश डालती हैं। उसकी कुल छः प्रकार की स्वर्ण मुद्रायें हमें प्राप्त होती हैं। मुद्रा के 6 प्रकार गरुड़, धनुर्धारी, परशु, अश्वमेध, व्याघ्रहनन, वीणावादन आदि। कुछ स्रोतों में 7वें प्रकार की मुद्रा के रूप में राजा रानी का उल्लेख हैं।You need to login to perform this action.
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