A) ऑबैंगनी और नारंगी
B) नीला और लाल
C) इंडिगो और पीला
D) पीला और बैंगनी
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - नीला और लाल |
व्याख्या - पौधों के पत्तियों के वर्णकों को पेपर क्रोमेटोग्राफी द्वारा अलग कर सकते हैं। क्रोमेटोग्राफी से पता लगता है कि पत्तियों में स्थित वर्णक के कारण जो हरापन दिखार्इ देता है, वह किसी एक वर्णक के कारण नहीं, बल्कि चार वर्णकों - क्लोरोफिल- (क्रोमेटोग्राफी में चमकीला अथवा नीला हरा), क्लोरोफिल-B (पीला हरा), जैन्थोफिल (पीला) तथा कैरिटीनोएड (पीले से नारंगी पीले) के कारण होता है। वर्णक वे पदार्थ हैं जिनमें प्रकाश की विशिष्ट तरंगदैयोर्ं को अवशोषित करने की क्षमता होती है। |
क्लोरोफिल-a वर्णक को विद्युत-चुम्बकीय स्पेक्ट्रम में विभिन्न अर्थात नीला तथा लाल क्षेत्र में अवशोषण करता है, उस क्षेत्र में प्रकाश-संश्लेषण की दर भी अधिकतम है। अत: कह सकते हैं कि क्लोरोफिल-a प्रकाश-संश्लेषण के लिए एक प्रमुख वर्णक है। अधिकतम प्रकाश-संश्लेषण स्पेक्ट्रम के नीले एवं लाल क्षेत्र में संपन्न होती है, और कुछ प्रकाश-संश्लेषण स्पेक्ट्रम की अन्य तरंगदैर्ध्य पर भी संपन्न होती है। यद्यपि क्लोरोफिल-a प्रकाश को अवशोषित करने का मुख्य वर्णक है, फिर भी अन्य थाइलेकोइड में वर्णक जैसे क्लोरोफिल- B, जैन्थोफिल तथा केरोटिन, जिन्हें सहायक वर्णक कहते हैं, वे प्रकाश को अवशोषित करते हैं तथा अवशोषित ऊर्जा को क्लोरोफिल-a में स्थानांतरित कर देते हैं। वास्तव में ये वर्णक न केवल प्रकाश-संश्लेषण को प्रेरित करने वाली उपयोगी तरंगदैर्ध्य के क्षेत्र को बढ़ाते हैं बल्कि ये क्लोरोफिल-a को फोटोऑक्सीडेशन से भी बचाते हैं। |
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