A) अभय मुद्रा
B) उत्तरबोधी मुद्रा
C) अंजलि मुद्रा
D) वितर्क मुद्रा
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - वितर्क मुद्रा |
व्याख्या -वितर्क मुद्रा बुद्ध की शिक्षाओं के प्रचार और परिचर्चा का प्रतीक है। इस मुद्रा का निर्माण अंगूठे के ऊपरी भाग और तर्जनी को मिलाकर किया जाता है, जबकि अन्य उंगलियों को सीधा रखा जाता है। यह लगभग अभय मुद्रा की तरह है लेकिन इस मुद्रा में अंगूठा तर्जनी उंगली को छूता है। |
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