1. मौलिक कर्तव्यों को रिट न्यायाधिकार के माध्यम से लागू किया जा सकता है। |
2. मौलिक कर्तव्य संविधान के लागू होने के समय शामिल किये गये। |
3. मौलिक कर्तव्य स्वर्ण सिंह समिति की सिफारिशों के अनुसार भारत के संविधान का एक हिस्सा बनाए गए हैं। |
4. मौलिक कर्तव्य केवल भारत के नागरिकों पर लागू होते हैं। |
A) कूटः 1, 2 और 3
B) 1,2 और 4
C) 2 और 3
D) 3 और 4
Correct Answer: D
Solution :
व्याख्या-मूल कर्तव्य, मूल रूप से संविधान का भाग नही । थे लेकिन मौलिक अधिकार मूल संविधान के अन्तर्गत भाग-III में शामिल थे। भारतीय संविधान में मौलिक कर्तव्यों को भाग- IV में अनुच्छेद 51 (क) के रूप में 42वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा शामिल किया गया। मौलिक कर्तव्य की प्रकृति में गैर-न्याय संगत है, इसका अर्थ है कि वे कानूनों के द्वारा लागू नहीं किये जा सकते है जबकि मूल अधिकारों के लिए रिट न्याधिकार की व्यवस्था लागू की जा सकती है।You need to login to perform this action.
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