1. इसका कार्यकाल 6 वर्ष है। |
2. यह एक स्थायी सदन है। |
3. यह भंग नहीं किया जा सकता। |
4. 1/6 सदस्य स्थानीय संस्थाओं द्वारा निर्वाचित होते हैं। |
5. 1/6 सदस्य विधानसभा द्वारा निर्वाचित होते हैं। |
6. प्रति दूसरे वर्ष इसके 1/3 सदस्य सेवानिवृत्त हो जाते हैं। |
7. उप-राज्यपाल सदन का सभापति होता है। |
8. इसके सदस्यों का कार्यकाल 6 वर्ष होता है। |
A) कूटः 1, 3, 4, 5
B) 3, 4, 7, 8
C) 2, 3, 4, 8
D) 2, 5, 4, 8
Correct Answer: C
Solution :
व्याख्या- केंद्र में जिस प्रकार राज्य सभा एक स्थाई सदन है उसी तरह राज्य में विधान परिषद एक स्थायी सदन है, इसे भंग नहीं किया जा सकता है। विधान परिषद के 1/3 सदस्य प्रत्येक दूसरे वर्ष सेवानिवृत्त होते रहते हैं। विधान परिषद के सदस्यों का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। विधान परिषद में अधिकतम संख्या विधानसभा की एक तिहाई और न्यूनतम 40 हो सकती है। संविधान के अनुच्छेद-169 के तहत किसी राज्य विधानमंडल के कुल सदस्य संख्या के बहुमत तथा उपस्थित एवं मत देने वाले सदस्यों की संख्या के कम से कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा पारित प्रस्ताव पर संसद संबंधित राज्य में विधानपरिषद का सृजन या समाप्ति का उपबंध कर सकती है। संविधान के अनुच्छेद-171 के प्रावधानों के अनुसार, विधानपरिषद के सदस्यों का निर्वाचन निम्न प्रकार से होता हैः1. एक-तिहाई सदस्य स्थानीय निकायों द्वारा चुने जाते |
2. 1/12 सदस्य 3 वर्ष से स्नातकों द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं। |
3. 1/12 सदस्यों को 3 वर्ष से अध्यापन कर रहे लोग चुनते हैं, जो माध्यमिक स्तर से निम्न स्तर के नहीं होने चाहिए। |
4. 1/3 सदस्य विधानसभा के सदस्यों द्वारा चुने जाते है। |
5. शेष 1/6 सदस्यों का नामांकन राज्यपाल द्वारा किया जाता है जो कला, साहित्य, विज्ञान, सहकारी आंदोलन और समाज सेवा से जुड़े होते हैं। |
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