A) 4
B) 6
C) 7
D) 5
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - 6 |
व्याख्या - भरत के नाट्य शास्त्र में तीस से ऊपर रागों का उल्लेख है किन्तु शास्त्रीय मतानुसार 6 मौलिक राग हैं, शेष रागनियां हैं जो रागों की पत्नियां मानी जाती हैं। छ मौलिक राग निम्न हैं |
1. भैरव |
2. कौशिक |
3. हिंडोल |
4. दीपक |
5. श्री राग |
6. मेघ |
टिप्पणी - संगीत कला में राग एवं ताल अत्यंत, महत्त्वपूर्ण माने गये हैं। सरगम के अतिरिक्त सुरों के अन्य मौलिक विभेद भी हैं जिनमें प्रमुख राग है। |
विशेष - स्वर, गीत, ताल और लय, आलाप, तान, मींड, गमक एवं बोलआलाप और बोलतान। उपर्युक्त 8 अंगों (आष्टांग)के समुचित प्रयोग के द्वारा ही राग को सजाया जाता है। |
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