Super Exam Chemistry Metals and Non-metals / धातु और अधातु Question Bank धातुएं एवं मिश्र धातुएं

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    निम्नलिखित में से किसे व्हाइट विट्रिओल (सफेद कसीस) कहते है?

    A) जिंक सल्फेट

    B) जिंक सल्फाइड

    C) जिंक क्लोराइड

    D) जिंक फास्फाइड

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - जिंक सल्फेट
    व्याख्या - जिंक के यौगिक -
    1. जिंक सल्फेट (\[ZnS{{O}_{4}}.7{{H}_{2}}O\])- यह सफेद थोथा या सफेद कसीस (White Vitriol) भी कहलाता हैं। इसका उपयोग आंखों की दवार्इ के लोशन बनाने में, रंगार्इ तथा कैलिकों प्रिंटिंग में होता है।
    2. जिंक फास्फाइड (Zinc Phosphide)- प्राय: चूहा मारने की दवार्इ (Ratpoison) के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
    3. जिंक क्लोराइड (\[ZnC{{l}_{2}}\])- यह कॉपर, कांच आदि की सतहों को जोड़ने में काम आता है। यह सफेद क्रिस्टलीय ठोस यौगिक है। इसका उपयोग वस्त्र उद्योग में, लकड़ी को कीड़ों से बचाने हेतु उस पर लेप करने वाले यौगिक के निर्माण में होता है।
    4. जिंक सल्फाइड (Zinc Sulphate) (ZnS) - यह जिंक ब्लैंड के रूप में मिलता है। यह स्फुरदीप्ति का गुण दर्शाता है। इसका उपयोग सफेद पिगमेंट तथा स्फुरदीप्त पर्दे बनाने में होता है।
    5. जिंक कार्बोनेट (र्दबव.) – इसका उपयोग चर्म रोगों के मलहम आदि बनाने में किया जाता है।
    विशेष - लेड के यौगिक
    1. लेड-अश्क्साइड (PbO)- इसे लिथार्ज भी कहते है। यह एक उभयधर्मी यौगिक है। इसका उपयोग स्टोरेज बैटरी बनाने, रबर उद्योग तथा फ्लिंट कांच बनाने में किया जाता है।
    2. प्लम्बिक-टेट्रा-ऑक्साइड (\[P{{b}_{3}}{{O}_{4}}\]) -इसे रेड लेड (त्मक स्मक) या सिंदूर भी कहते हैं। इसका उपयोग रेडलेड, सीमेंट, फ्लिंटकांच, लाल पेंट, लाल वर्णक या सिंदूर आदि के निर्माण में होता है।
    3. लेड-डार्इ-ऑक्साइड (\[P{{O}_{2}}\]) - इसका मुख्य उपयोग माचिस उद्योग में होता है।
    4. टेट्रा-इथाइल-लेड (TEL) - \[Pb{{({{C}_{2}}{{H}_{5}})}_{4}}\] इसका उपयोग वाहनों के इंजन में अपस्फोटन रोधक की तरह पेट्रोल में मिलाया जाता है।


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