A) मुद्रा की उस मात्रा से जो बैंक अर्थतंत्र में डालते हैं
B) कर लगाने और शासन के व्यय में संबंधित नीति
C) शेयर बाजारों को नियंत्रित करने संबंधी समिति
D) देश की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से संबंधों के बारे में नीति
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर- कर लगाने और शासन के व्यय में संबंधित नीति |
व्याख्या-वित्तीय या राजकोषीय नीति मुख्यतः सरकार से संबंधित होती है। राजकोषीय नीति में सरकार की आय तथा सरकार के व्यय से संबंधित नीतियाँ शामिल होती हैं। |
भारत की राजकोषीय नीति संघीय वित्त प्रणाली के ढाँचे पर कार्य करती है। यह प्रांतों की वित्तीय स्वधीनता के सिद्धान्त को जो भारत सरकार एक्ट-1935 में स्वीकृत है पर आधारित है। वित्तीय अधिकारों के वितरण के अधीन केन्द्र एवं राज्य सरकारों के मध्य वित्तीय संसाधनों का विभाजन किया गया है। केन्द्र के आगम साधनों में कर आगम स्रोत सम्मलित है। कर आगम स्रोत में कृषि आय एवं निगम कर को छोड़कर अन्य 12 कर शामिल किये जाते हैं। केन्द्र के गैर-कर आगम स्रोतय जैसे |
1. उधार |
2. सरकारी सम्पत्तित से आय |
3. सरकारी उपक्रमों एवं एकाधिकार से प्राप्त आय |
4. ऋणों से प्राप्त ब्याज प्राप्तियाँ एवं राज्य सरकारों के वाणिज्यिक एवं गैर-वाणिज्यिक उपक्रमों के अग्रिम राज्य सूची में कुल 19 मदों पर आगम कर है। |
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