Super Exam Physics Wave Optics / तरंग प्रकाशिकी Question Bank तरंग एवं प्रकाशिकी

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    जब सरल आवर्त गति कर रहे कण का साम्यावस्था से अधिक विस्थापन हो तो कहलाता है

    A) तरंगदैर्ध्य

    B) विस्थापन

    C) आयाम

    D) तरंग वेग

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - आयाम
    व्याख्या - आयाम (Amplitude) - सरल आवृत्ति गति कर रहे कण का साम्यावस्था से अधिक विस्थापन आयाम कहलाता है। इससे a से व्यक्त करते हैं। यदि विस्थापन धनात्मक हो, तो आयाम ऋणात्मक होगा।
    ऊर्जा संचरण के आधार पर
    प्रगामी तरंगें (Progressive Waves)- वे तरंगे जो माध्यम में निश्चित वेग से आगे बढ़ती है तथा जिनके द्वारा ऊर्जा का स्थानांतरण होता है, प्रगामी तरंगें कहलाती है। इन तरंगों में सभी कण एक के बाद एक अपनी साम्य स्थिति या अधिकतम विस्थापन की स्थिति में होते हैं।
    अप्रगामी तरंगें (Stationary waves)- वे तरंगें जो माध्यम में आगे नहीं बढ़ती बल्कि माध्यम की दो सीमाओं के मध्य स्थिर रहती है, अप्रगामी तरंगे कहलाती हैं, तथा सभी कण अपनी साम्य स्थिति या अधिकतम विस्थापन की स्थिति में एक साथ होते हैं।
    आयाम (Amplitude)- सरल आवर्त गति कर रहे कण का साम्यावस्था से अधिकतम विस्थापन आयाम कहलाता है। इसे चित्र में 'a' द्वारा व्यक्त किया गया है। यदि विस्थापन ऋणात्मक है तो भी आयाम घनात्मक राशि होती है।
    आवर्तकाल (Time period)- माध्यम में उपस्थित किसी कण के द्वारा एक कम्पन पूरा करने में लगा समय आवर्तकाल कहलाता है।
    आवृत्ति (Frequency)- माध्यम में उपस्थित किसी कण के द्वारा प्रति सेकेंड किया गए कम्पनों की संख्या को आवृत्ति कहते . हैं। मात्रक- कम्पन/सेकेंड या हर्ट्ज।
    तरंगदैर्ध्य (Wave Length)- माध्यम के किसी कण द्वारा एक कम्पन पूरा करने में तरंग जितनी दूरी तय करती है, उसे. तरंगदैर्ध्य कहते हैं। इसे A (लेम्डा) द्वारा व्यक्त करते हैं।
    तरंग संख्या (Wave Number)- एकांक लम्बाई में उपस्थित तरंगों की संख्या को तरंग संख्या कहते हैं।
    \[\vec{v}=\frac{1}{\lambda }\] प्रति मीटर
    तरंग वेग (Wave velocity)- एक सेकेंड में तरंग द्वारा निश्चित दिशा में तय की गई दूरी को तरंग वेग कहते हैं।
    एक कंपन में कण के आवर्तकाल में तय की गई दूरी तरंगदैर्ध्य के बराबर होती है।
                                    \[V=\frac{\lambda }{T}\]
    आवृत्ति     \[n=\frac{1}{T}\]
                            \[V=n\lambda \]
    तरंग का वेग नियत रहता है परन्तु भिन्न-भिन्न माध्यमों में वेग भिन्न-भिन्न होता है। ठोसों में वेग > द्रव में वेग > गैस में वेग कला या
    कला कोण (Phase or Phase angle)- वह भौतिक राशि जो साम्यावस्था से कपितं कण की स्थिति या गति को व्यक्त करती है कला या कला कोण कहलाती है। इसे द्व Tरा व्यक्त करते हैं।
    कलान्तर (Phase difference)- दो कम्पित कणों के कला कोण में अंतर को कलान्तर कहते हैं।
    कोणीय आवृत्ति (Angular frequency)- कण की कला में समय के साथ परिवर्तन की दर को कोणीय आवृत्ति कहते हैं। इसे \[\omega \] (ओमेगा) द्वारा व्यक्त करते है।
    \[\omega =\frac{\theta }{T}\] रेडियन/सेकेंड
    \[\omega =\frac{2\pi }{T}\]         [\[\therefore \] जब \[\theta =2\Pi ,t=T\]]
    \[\frac{1}{T}=n\]
    \[w=2\Pi n\]
    पथान्तर (Path difference) \[\left( \Delta  \right)\]- दो कम्पित कणों के साम्यावस्था से तय की गई दूरियों के अंतर को पथान्तर कहते हैं।
    संचरण नियतांक (Propagation Constant) K- एकांक दूरी पर स्थिति कणों के मध्य कलान्तर को संचरण नियतांक या  कोणीय तरंग संख्या कहते हैं।
    \[\therefore \] जब दो कण \[\lambda \] तरंगदैर्ध्य के बराबर दूरी पर स्थिति होते हैं तब उनके मध्य कलान्तर \[2\pi \] होता है।
    \[\therefore \] जब दो कण एकांक दूरी पर स्थित होते है तब उनके मध्य कलान्तर \[\frac{2\pi }{\lambda }\] होगा।
    अर्थात संचरण नियतांक \[K=\frac{2\pi }{\lambda }\] प्रति मीटर अथवा रेडियन/मीटर
    तरंग वेग \[V=n\lambda \]
    तथा \[\lambda =\frac{2\pi }{\lambda }\]
    \[\therefore V=\frac{n.2\pi }{K}=\frac{\omega }{K}\]
    \[\therefore \] तरंग वेग \[V=\frac{\omega }{K}\] मीटर/सेकेंड


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