Super Exam Chemistry Chemistry in Everyday Life / दैनिक जीवन में रसायन Question Bank दैनिक जीवन में रसायन

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    अधिकांश कीट प्रतिकर्षी वायु में मिलकर कीट-पतंगों के किस तन्त्र को प्रभावित को करते हैं?

    A) श्वसन तंत्र

    B) प्रजनन तंत्र

    C) कंकाल तंत्र

    D) उत्सर्जन तंत्र

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर : श्वसन तंत्र
    व्याख्या - कीटप्रतिकर्षी (Insect repellant)- वे रासायनिक पदार्थ, जो कीट-पतंगों को मारने, भगाने अथवा इच्छित स्थान से हटाने के लिए प्रयुक्त किये जाते हैं, कीट प्रतिकर्षी कहलाते हैं। अधिकांश कीट प्रतिकर्षी वायु में मिलकर कीट-पतंगों के श्वसन तन्त्र को प्रभावित करते हैं। कीट प्रतिकर्षी ठोस, द्रव तथा सधूम कारक तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किये जा सकते हैं। कुछ प्राकृतिक कीट प्रतिकर्षी नीम की पत्ती, तम्बाकु की पत्ती, सल्फर आदि को आग में रख कर धूनी देने से घरों अथवा फसलों से कीट-पतंगे भाग जाते हैं। अनेक द्रव कीट प्रतिकर्षी व्यापारिक नामों से बेचे जाते है। जिनमें फिनिट, बेगान, ऐन्डोसल्फॉन, फीनाकॉल, फिनाइल इत्यादि को घरों एवं खेतों में कीट प्रतिकर्षी के रूप में प्रयोग किया जाता है। उपर्युक्त संश्लेषित कीट प्रतिकषोर्ं कुछ लाभदायक कीट-पतंगों, पक्षियों के साथ-साथ मनुष्यों के लिये भी हानिकारक होते हैं अत: हर्बल (प्राकृतिक) उत्पाद कीट प्रतिकर्षियों जैसे नैफ्थेलीन की गोलियां, ओडोनिल, ओडोमॉस आदि को घरेलू कीट प्रतिकषोर्ं के रूप में प्रयोग किया. जाना अधिक उपयोगी है।
    विशेष- फीरोमोन-लैंगिक आकर्षि -वे रासायनिक पदार्थ, जो किसी जन्तु द्वारा उत्सर्जित होते हैं तथा अन्य जन्तुओं के व्यवहार को प्रभावित करते हैं, फीरोमोन कहलाते हैं। फीरोमोन में एक विशेष प्रकार की गन्ध होती है जिसके आधार पर उस जन्तु की पहचान हो सकती है। फीरोमोन कर्इ प्रकार के होते हैं जैसे- लैंगिक, अनुगामी, संकेतक, आदि। फीरोमोन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य लैंगिक आकषोर्ं के रूप में है। लैंगिक आकषोर्ं फीरोमोन प्रजनन काल में मुख्यत: मादा द्वारा उत्सर्जित किये जाते हैं जिससे नर उनकी ओर आकर्षित होते हैं। लेकिन कस्तूरी मृग (Musk deer) में नर की नाभि में कस्तूरी (Musk) का उत्सर्जन होता है जिस से मादा आकर्षित होती है। इसमें मस्कोन होता है। चीते, बिल्ली इत्यादि द्वारा उत्सर्जित फीरोमोन में सिवेटोन होता है। फीरोमीन के सिवेटोन, मस्कोन, अनुगामी (Trail) फीरोमोन , क्रीसोगैलिख. भृग के लार्वा का सुरक्षा. फीरोमोन लैंगिक आकषोर्ं फीरोमोन का उपयोग हानिकारक कीट नियंत्रण में किया जा सकता है। फीरोमोन की गन्ध अत्यन्त तीव्र होती है अत: इस की थोड़ी सी मात्रा को ही जन्तु अधिक दूरी से पहचान लेते हैं। यदि किसी कीट विशेष के लैंगिक आकर्षि फीरोमोन की थोड़ी सी मात्रा को एक स्थान पर रख दिया जाये तो उसका विपरीत लिंगी कीट उस स्थान पर एकत्रित हो जायेगें जिन्हें मारा जा सकता है या बन्ध्याकरण (Sterilized) किया जा सकता है। इससे प्रजनन की दर कम हो जायेगी अत: पेस्ट नियन्त्रण हो जायेगा। चूंकि यह दूसरी प्रजातियों के लिये हानिकारक नहीं द्य है तथा इसका छिड़काव भी नहीं किया जाता है और इससे प्रदूषण भी नहीं होगा। इस प्रकार लैंगिक आकषोर्ं फीरोमोन को एक सुरक्षित एवं प्रभावी कीटनियन्त्रण में प्रयोग किया जा सकता है।


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