Super Exam Chemistry Metallurgy / धातुकर्म Question Bank धातुकर्म

  • question_answer
    पायराइट अयस्क को सल्फर के ऑक्सीकरण के लिए वायु में गर्म करना क्या कहलाता है?

    A) निस्तापन

    B) भर्जन

    C) प्रगलन

    D) गालकन

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - भर्जन
    व्याख्या - मध्यम अभिक्रियाशील धातुओं का निष्कर्षण - सामान्यत: सल्फाइड अयस्कों को अपचयन से पहले ऑक्साइड में परिवर्तित करते हैं। ऑक्साइड आसानी से अपचित होते हैं अत: सांद्रित अयस्क से धातुओं का पृथक्करण दो मुख्य पदों में होता है।
    1. ऑक्साइड में परिवर्तन - (i) निस्तापन- इस प्रक्रिया में अयस्क को वायु की अनुपस्थिति में (बहुत ही सूक्ष्म मात्रा में) उनके गलनांकों से निम्न ताप पर गर्म करते हैं, निस्तापन (Calcination) कहलाता है। इस क्रिया में कार्बोनेट से \[C{{O}_{2}}\]मुक्त होती है तथा जलीय ऑक्साइड से \[{{H}_{2}}O\]मुक्त होता है।
    \[F{{e}_{2}}{{O}_{3}}.x{{H}_{2}}{{O}_{(s)}}\xrightarrow{\Delta }F{{e}_{2}}{{O}_{3(s)}}+x{{H}_{2}}{{O}_{(g)}}\]
    \[ZnC{{O}_{3(s)}}\xrightarrow{\Delta }Zn{{O}_{(s)}}+C{{O}_{2}}_{(g)}\]
    \[CaCO-MgC{{O}_{3(s)}}\xrightarrow{\Delta }Ca{{O}_{(s)}}+Mg{{O}_{(s)}}+2C{{O}_{2(g)}}\]
    (ii) भर्जन - भर्जन (Roasting) में अयस्क (सामान्यत: सल्फाइड अयस्क) को अकेले अथवा कुछ अन्य पदाथोर्ं के साथ मिश्रित करके इनके गलनांको से कम तापों पर, लगातार वायु की उपस्थिति में गर्म किया जाता है। जिससे अयस्क में उपस्थित सल्फर, वायु में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ क्रिया करके ेव, मुक्त होती है एवं अंत मे धातु के ऑक्साइड शेष रहते है। कुछ अभिक्रियाएं इस प्रकार हैं -
    \[2Zns+3{{O}_{2}}\xrightarrow{ok;q\Delta }2ZnO+2S{{O}_{2}}\]
    \[2PbS+3{{O}_{2}}\xrightarrow{ok;q\Delta }2PbO+2S{{O}_{2}}\]
    \[2C{{u}_{2}}S+3{{O}_{2}}\xrightarrow{ok;q\Delta }2C{{u}_{2}}O+2S{{O}_{2}}\]
    कॉपर के सल्फाइड अयस्कों को परावर्तनी भट्टी में गरम करते हैं। यदि अयस्क में लोहा हो तो गरम करने से पहले इसमें सिलिका मिलाते हैं। आयरन अॉक्साइड आयरन सिलिकेट बनाकर धातुमल के रूप में, तथा तांबा कॉपर मेट के रूप में प्राप्त होता है, जिसमें \[C{{u}_{2}}S\]तथा \[FeS\]होता है।
    \[FeO+Si{{O}_{2}}\to FeSi{{O}_{3}}{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_4}/kkrqey{\scriptscriptstyle 1\!/\!{ }_2}\]
    उत्पन्न हुर्इ \[Si{{O}_{2}}\]गैस \[{{H}_{2}}S{{O}_{4}}\]के उत्पादन के लिए प्रयुक्त की जाती है।
    2. ऑक्साइड का धातु में अपचयन - धातु ऑक्साइड के अपचयन में प्राय: इसे किसी अपचायक जैसे C या CO अथवा अन्य धातु के साथ गरम किया जाता है।
    अपचायक (जैसे कार्बन) धातु ऑक्साइड की ऑक्सीजन के साथ संयोग करके CO अथवा \[C{{O}_{2}}\] मुक्त करते है
    \[MOx+yC\to xM+yCO\]


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner