Super Exam Physics Physical World / भौतिक जगत Question Bank भौतिक पदार्थों के सामान्य गुण

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    ऑटोमोबाइल्स के हाइड्रोलिक ब्रेक के कार्य करने का सिद्धांत है (JKPCS 2003)

    A) आर्किमिडीज का सिद्धांत

    B) न्यूटन के गति का नियम

    C) बरनौली का सिद्धांत

    D) पास्कल का नियम

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - पास्कल का नियम
    व्याख्या - ऑटोमोबाइल्स में हाइड्रोलिक ब्रेक पास्कल के नियम पर कार्य करते हैं। पास्कल के नियम के अनुसार किसी स्थान पर आरोपित दाब सभी दिशाओं में एक समान रूप से संचरित होता है, तथा सदैव पात्र के अभिलम्ब रहता है। इसे द्रव का दाब के संचरण का नियम भी कहते हैं।
    टिप्पणी बरनौली की प्रेमयः जब कोई अश्यान तथा असंपीड्य द्रव एक स्थान से दूसरे स्थान तक धारा रेखीय प्रवाह से बहता है तो उसके मार्ग के प्रत्येक बिन्दु पर एकांक आयतन की कुल ऊर्जा (दाब ऊर्जा, गतिज ऊर्जा तथा स्थितिज ऊर्जा का योग) एक नियंताक होता है।
    बरनौली के प्रेमय का समीकरण
    \[P+\frac{1}{2}p{{v}^{2}}+pgh\]= नियंताक
    समीकरण से स्पष्ट है की किसी प्रवाहित द्रव में जिस स्थान पर द्रव का वेग कम होता है वहां दाब अधिक होता है तथा जिस स्थान पर वेग अधिक होता है वहां पर दाब कम हो जाता है। यदि हम द्रव को किसी ऐसी नली में प्रवाहित करें जिसके बीच का भाग संकीर्ण हो तो इस भाग में द्रव का वेग सबसे अधिक होगा तथा दाब सबसे काम होगा।
    बरनौली के अनुप्रयोग
    1. क्षैतिज नली में द्रव का प्रवाह (Motion of liquid in a horizontal tube)
    2. वेन्टुरी प्रवाहमापी (Venturi Flowmeter)
    3. पिटोट नली (Pitot tube)
    4. बहिः स्त्राव वेग (Velocity of efflux)
    5. एयरोफाईल आकृति (Aerofoil Shape)
    6. मैगनस प्रभाव (Magnus effect)
    7. रेलगाड़ी आने पर प्लेटफॉर्म पर पटरियों के नजदीक खड़े व्यक्ति पटरी से दूर हट जाते हैं
    8. कणित्र (Atomiser)
    9. आंधी में टिन का उड़ना
    10. रक्त प्रवाह तथा हार्ट अटैक
    टारसौली का प्रेमय (Tarsauli's Theorem) यदि कोई वस्तु h ऊंचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिरती है तो गति के तृतीय समीकरण \[{{v}^{2}}=2gh\] के अनुसार उसका वेग निर्धारित होता है। अत: h ऊंचाई से गिरने वाले द्रव का वेग \[\sqrt{2}gh\] होता है। यदि हम द्रव को स्वतंत्रतापूर्वक छोड़ते है या गिराते है तो प्रारंभिक वेग शून्य होगा।
    अतः किसी छिद्र से निकलने वाले द्रव का वेग वही होता है, जोकि द्रव अपने स्वतंत्रत तल से छिद्र तक स्वतंत्रतापूर्वक गिरने में प्राप्त कर लेता है


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