Super Exam General Studies Painting / चित्रकला Question Bank भारत में लघु चित्रकला (चित्रकला भाग 3)

  • question_answer
    पाल चित्रकला शैली के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें -
    1. पाल शैली के चित्रों में अजंता शैली की विशेषताएं मिलती
    2. पाल शैली में चित्र आयताकार अथवा वर्गाकार अंतराल में अंकित किए जाते थे।
    उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B)                          केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - पाल शैली के चित्रों में अजंता शैली की विशेषताएं मिलती हैं। यहां पर चित्र \[22.25\times 2.25\] इंच के ताड़पत्र पर बने हैं। पोथी में चित्र आयताकार अथवा वर्गाकार अंतराल में अंकित किए जाते थे। इन चित्रों का विषय महायान तथा ब्रजयान बौद्ध ग्रंथों की विषय वस्तु रहा है। पाल शैली के अधिकांश पोथियां बंगाल बिहार नेपाल आदि केंद्रों पर चित्रित की गई ताल पत्रों के मध्य में बने चित्रों का विषय महायान के देवी-देवताओं से संबंधित रहा है, जबकि इन ताड़ पत्रों के दोनों ओर के पदों पर आलेखन व जातक कथाओं का सुंदर चित्रण किया गया है।
    टिप्पणी - धर्मपाल, देवपाल व महिपाल के काल में इस द्य कला शैली की विशेष उन्नति हुई। इस शैली में अपभ्रंश वाले चित्रों के लक्षण मुख्य रूप से प्रकट नहीं हुए। इसका मुख्य कारण बौद्ध शैली होना या बौद्ध शैली को आश्रय मिलना था


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