Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank शास्त्रीय, अर्धशास्त्रीय एवं उप शास्त्रीय संगीत (संगीत कला भाग 2)

  • question_answer
    ध्रुपद के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें -
    1. खंडार बानी को तानसेन ने बानियों सेनापति माना है।
    2. गौड़हार बानी शुद्ध हिन्दुस्तानी संगीत का परिचायक है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1    

    B)          केवल 2

    C) 1 और 2   

    D)          न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - उपरोक्त दोनों कथन सत्य हैं। संगीत की ध्रुपद शैली की चार शाखाएं हैं, जिन्हें ‘बानी’ कहा जाता है जो अग्रानुसार हैं
    1. गौड़हार बानी - गौड़हार बानी को हिन्दुस्तानी संगीत का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण माना जाता है। तानसेन ने इसे सभी बानियों का राजा माना है। इसमेंमींड का अधिक प्रयोग किया जाता है।
    2. खंडार बानी - तानसेन ने इस बानी को सेनापति माना है। यह बानी बेसरा गीत से मिलती-जुलती है और इसमें तेज लय वाली गमक का अधिक प्रयोग किया जाता है। खंडार बानी में स्वरों के शीघ्र अलंकरण जैसी विशेषता है।
    3. नौहार बानी - संगीत सम्राट तानसेन इसे निम्न श्रेणी का मानते हैं। इस बानी में अलंकार का प्रयोग किया जाता है, जिसमें स्वर गमक के साथ एक विशेष ढंग से लगाए जाते हैं। नौहर वाणी अपने व्यापक संगीतात्मक लंघन (आकस्मिक परिवर्तनों) के लिए जानी जाती थी।
    4. डागुर बानी - गुरू हरिदास स्वामी डागुर बानी का प्रयोग करते थे। इसमेंमींड एक विशेष प्रकार से लगायी जाती है ओर गमक का भी बहुत सुन्दर और कलात्मक प्रयोग किया जाता है। डागर वाणी में रागात्मक वक्रताओं और शालीनताओं पर बल दिया गया है।


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