Super Exam General Studies Handicrafts, Costumes and Geographical Indicators / हस्तशिल्प, वेशभूषा एवं भौगोलिक संकेतक Question Bank हस्तशिल्प, वेशभूषा एवं भौगोलिक संकेतक

  • question_answer
    मीनाकारी हस्तशिल्प कला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें -
    1. मीनाकारी जयपुर के महाराजा मानसिंह प्रथम लाहौर से अपने साथ लाए।
    2. प्रतापगढ़ की मीनाकारी थेवा कला कहलाती है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - मीनाकारी का कार्य सोने से निर्मित हल्के आभूषणों पर किया जाता है। यह कला फारस से मुगलों द्वारा भारत लार्इ गर्इ। लाहौर में यह कार्य सिक्खों द्वारा किया जाता था। जयपुर के महाराजा मानसिंह प्रथम यह कला लाहौर से अपने साथ लाए। मीनाकारी के कार्य की सर्वोत्तम कृतिया जयपुर में तैयार की जाती है जहां यह कार्य सोना चांदी और तांबे पर किया जाता है। लाल रंग बनाने में जयपुर के मीनाकार कुशल है। कांच में सोने की मीनाकारी को थेवा कला कहा जाता है जिसके लिए राजस्थान के प्रतापगढ़ चित्तौड़गढ़ कला केंद्र विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। यह कला प्रतापगढ़ के राज सोनी परिवार में केवल पुरूषों में प्रचलित है।
    विशेष -
    जयपुर में रत्नों की कटार्इ, घिसार्इ एवं मिनाकारी के कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए जयपुर जेम्स स्टोन की स्थापना की गर्इ। मीनाकारी हेतु कुदरत सिंह को पानी से अलंकृत किया गया है। मीना कार्य नाथद्वारा में भी किया जाता बीकानेर में ऊटो की खाल पर जो मीनाकारी की जाती है. उसे उस्ताकला कहते हैं। स्वर्गीय हिसामुद्दीन इस कला के महान कलाकार थे।


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