भाषाएँ एवं लिपियाँ
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भाषाएँ एवं लिपियाँ
विश्लेषणात्मक अवधारणा
मौखिक भाषा या उच्चारित भाषा को स्थायी रूप देने के लिए भाषा के लिखित रूप का विकास हुआ। प्रत्येक ध्वनि के लिए लिखित द्य चिà या वर्ण बनाए गए। वर्षों की इसी व्यवस्था को लिपि’ कहा जाता है। वास्तव में लिपि ध्वनियों को लिखकर प्रस्तुत करने का एक द्य ढंग है। सभ्यता के विकास के साथ-साथ मनुष्य के लिए अपने अपने भावों और विचारों को स्थायित्व देना, दूर-दूर स्थित लोगों से सम्पर्क बनाए रखना तथा संदेशों और समाचारों के आदान-प्रदान के लिए मौखिक भाषा से काम चला पाना असम्भव हो गया। हिन्दी, और गम्कन भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। देवनागरी का विकास ब्राह्मी लिपि से हुआ
भारत में भाषाएं
भारत में लिपियां
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भोजपुरी |
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मगधी |
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पुर्वी हिंदी - छत्तीगढ़ |
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