A) नीला प्रकाश
B) हरा प्रकाश
C) लाल प्रकाश
D) पीला प्रकाश
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - नीला प्रकाश |
व्याख्या - प्रकीर्णन का नियम (Law of Scattering)- किसी कण द्वारा प्रकीर्णन प्रकाश की तीव्रता उसकी तरंगदैर्ध्य की चतुर्थ घात के व्युत्क्रमानुपाती होती है। जबकि कण का आधार प्रकाश की तरंगदैर्ध्य की तुलना में बहुत छोटा होता है। इसे लार्ड रैले का प्रकीर्णन नियम (Scattering law of lord Rayleigh) भी कहा जाता है। यदि आपतित प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (\[\lambda \]) हो और प्रकीर्णन प्रकाश की तीव्रता हो तो |
\[\] |
दृश्य प्रकाश में लाल रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक 7500 Å होती है। अतः इसका प्रकीर्णन सबसे कम होता है। लाल रंग के विपरीत बैंगनी रंग की तरंगदैर्ध्य सबसे कम (4000 Å) होती है। उसका प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है। सूर्य के प्रकाश में बैगनी रंग की तीव्रता बहुत कम तथा नीले रंग की तीव्रता अधिक होती है। जिसके कारण प्रकीर्णन प्रकाश में नीला रंग सबसे अधिक होता है। |
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