A) प्रकाश का प्रकीर्णन
B) प्रकाश का अपवर्तन
C) प्रकाश का सम्पूर्ण आंतरिक परावर्तन
D) प्रकाश का परिक्षेपण -
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - प्रकाश का प्रकीर्णन |
व्याख्या - प्रकाश के प्रकीर्णन में किसी कण द्वारा प्रकीर्णन तीव्रता की तीव्रता उसकी तरंगदैर्ध्य की चतुर्थ घात के व्युत्क्रमानुपाती होती है जबकि कण का आकार प्रकाश की तरंगदैर्ध्य की तुलना में बहुत छोटा हो। यदि आपतित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य 2 हो और प्रकीर्णन प्रकाश की तीव्रता | हो तो \[I\propto \frac{1}{{{\lambda }^{4}}}\] प्रकीर्णन प्रकाश की तरंगदैर्ध्य और आपतित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य एक समान होती है। प्रकाश के प्रकीर्णन से सम्बन्धित मुख्य घटनाएं- सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय आकाश लालिमापूर्ण होता है। बदलों का रंग श्वेत दिखाई देता है। आकाश का रंग तथा समुद्र का जल नीला दिखाई देता है। लाल रंग को खतरे का सिग्नल इसी कारण बनाया जाते हैं। |
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