कथन व्हिस्की पीने से मूत्रत्याग की बारम्बारता बढ़ जाती हैं। (UPSC 2002) |
कारण (R) एल्कोहॉल के अन्तर्ग्रहण से शरीर में वेसोप्रेसिन का स्राव बढ़ जाता है। |
कूट: |
A) A और R दोनों सही हैं तथा R, A की सही व्याख्या है।
B) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A की सही व्याख्या नहीं
C) A सही है, किन्तु R गलत है।
D) A गलत है, किन्तु R सही है।
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - A सही है, किन्तु R गलत है। |
व्याख्या - एल्कोहॉल (व्हिस्की) पीने से वेसोप्रेसिन का स्त्रावण कम हो जाता है। इसकी मात्रा कम होने से किडनी की वाहिनियों में जल का अवशोषण कम हो जाता है। जिससे बार बार मूत्र त्यागने की आवश्यकता बढ़ जाती है। वेसोप्रेसिन एक एण्टीडायूरेटिक हार्मोन है। इसका मुख्य कार्य किडनी की वाहिनियों एवं कोशिकाओं में जल-अवशोषण को बढ़ाकर मूत्र की मात्रा को कम करना है। |
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