सूची- I (अन्त: स्रावी ग्रन्थियां) | सूची& II (स्त्रावित हॉर्मोन) | ||
A. | जनन ग्रन्थि (Gonads) | 1. | इन्सुलिन |
B. | पीयूष ग्रन्थि (Pitutary) | 2. | प्रोजेस्टेरॉन |
C. | अग्न्याशय (Pancreas) | 3. | वृद्धि हॉर्मोन |
D. | अधिवृक्क (Adrenal) | 4. | कार्टीसोल |
A) A\[\to \]3, B\[\to \]2, C\[\to \]4, D\[\to \]1
B) A\[\to \]2, B\[\to \]3, C\[\to \]4, D\[\to \]1
C) A\[\to \]2, B\[\to \]3, C\[\to \]1, D\[\to \]4
D) A\[\to \]3, B\[\to \]2, C\[\to \]1, D\[\to \]4
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - A\[\to \]2, B\[\to \]3, C\[\to \]1, D\[\to \]4 | ||||||||
व्याख्या - सही सुमेलन | ||||||||
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जनन ग्रंथि - प्रोजेस्टेरॉन यह एक यौन हार्मोन है, जो अण्डाशय में अंडोत्सर्ग के पश्चात विखंडित पुटिका, कॉर्पसल्यूटियम में बदल जाता है। कॉर्पसल्यूटियम मुख्यतया प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन का स्त्राव करता है। इसका मुख्य कार्य गर्भाशय को निषेचित अण्ड को ग्रहण करने के लिए प्रेरित करना है। ऐसा माना जाता है कि यह गर्भाधान के बाद गर्भाशय की दीवार एवं निषेचित अण्ड की झिल्ली के बीच सम्बंध में सहयोग करता है। गर्भाधान की अनुपस्थिति में कॉर्पस ल्यूटियम नष्ट हो जाता है और प्रोजेस्टेरॉन का स्रवण रुक जाता है तथा मासिक चक्र पुन: सामान्यावस्था की तरह 26-28 दिनों के बाद प्रारंभ हो जाता है। इसके अलावा प्रोजेस्टेरॉन दुग्ध ग्रंथियों के ऊतकों को क्रियाशील कर दुग्ध संग्रह कूपिकाओं के निर्माण और दुग्ध के स्त्राव में सहायता करते हैं। |
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