A) ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन
B) ऑक्सीजन तथा हीलियम
C) ऑक्सीजन तथा आर्गन
D) ऑक्सीजन तथा निऑन
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर- ऑक्सीजन तथा हीलियम |
व्याख्या - गोताखोरों द्वारा गहरे समुद्र में सांस लेने के लिए हीलियम एवं ऑक्सीजन के मिश्रण का उपयोग किया जाता है। क्योकि हीलियम गैस नाइट्रोजन की अपेक्षा अधिक दाब पर रक्त में कम विलेय है। अधिक गहरार्इ पर सांस लेने के लिए यदि वायु का उपयोग किया जाए, तो उसमें उपस्थित नाइट्रोजन अधिक दाब पर रक्त में विलेय हो जाती है और जब गोताखोर समुद्र की सतह पर वापस पहुंचता है, तो दाब कम होने के कारण रक्त में विलेय नाइट्रोजन की विलेयता कम हो जाती है एवं उसके बुलबुले बन जाते हैं, जिससे गोताखोर के शरीर में अचानक दर्द होने लगता है और फफोले, उल्टियां आदि की समस्या हो जाती है। हालांकि विभिन्न परिस्थितियों में गोताखोरों द्वारा ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन (Nitrox) अथवा ऑक्सीजन, नाइट्रोजन तथा हीलियम (Trimix) का भी उपयोग किया जाता है। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec