आधुनिक भारत के सांस्कृतिक विकास के संदर्भ निम्न कथनों में विचार करें - |
1. ग्वालियर घराना के प्रवर्तक नत्थन पीरबख्श थे। |
2. गीत गोविंद की रचना जयदेव द्वारा की गर्इ थी। |
3. हिंदुस्तानी संगीत में कुल 12 स्वर होते हैं। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) 1 और 2
B) 2 और 3
C) 1 और 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - 1, 2 और 3 |
व्याख्या - ग्वालियर घराने की विशेषता खुला स्वर और शब्दों के स्पष्ट उच्चारण के साथ-साथ राग, स्वर और ताल की और व्यापक ध्यान है! ख्याल के गवालियर घराना शैली के प्रवर्तक नत्थन पीरबख्श थे। |
विशेष - |
गीत-गोविंद प्रबंध-गीति के रूप में जयदेव द्वारा रचित है। यह मुक्तक शैली में रचित पदों का संग्रह है। गीत-गोविंद अष्टपदी है अर्थात् इसके प्रत्येक गीत में आठ पद हैं। |
हिंदुस्तानी संगीत में मानक स्वरों की संख्या-सा, रे, ग, म, प, ध, नि, - सात है। हिंदुस्तानी संगीत में सात शुद्ध स्वरों के अतिरिक्त पांच रूप भेद हैं, जिनमें कुल सभी 12 स्वर मिलकर सप्तक का निर्माण करते हैं। ये है । |
सा रे रे ग ग म म प ध ध नि नि। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec