A) ड्रासोफिला
B) स्नैप ड्रैगान
C) गार्डेन पी (मटर)
D) स्वीट पी (सुगन्धित मटर)
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - गार्डेन पी (मटर) |
व्याख्या - मेण्डल ने सर्वप्रथम पादपों में वशांगति के नियमों का प्रतिपादन किया। इन्होंने उद्यान में मेण्डल ने उद्यान मटर (Garden pea-pisum Sativum) पर सात वर्ष तक संकरण (Hybridization) प्रयोग किए। इन प्रयोगों के निष्कषोर्ं को सन् 1865 में ब्रून सोसाइटी अॉफ नेचुरल हिस्ट्री के समक्ष शोधपत्र के रूप में प्रस्तुत किया। 1866 र्इ. में इन प्रयोगों को सोसाइटी की वार्षिकी में पादप संकरण पर प्रयोग (Experiment on plant Hybridization) नामक शीर्षक से प्रकाशित किया गया। उद्यान मटर पर किए गए इन प्रयोगों के परिणाम के आधार पर आनुवंशिकता के नियमों (Laws Of Inheritan ce) का प्रतिपादन किया गया जिन्हें मेण्डलवाद (Mendelism) भी कहते है। |
मेण्डल की सफलता के कारण- |
(i) मेण्डल ने एक समय में एक ही लक्षण की वशांगति का अध्ययन किया। |
(ii) मेण्डल ने अपने संकरण प्रयोगों के सभी आंकड़ों का सावधानीपूर्वक सांख्यिकीय विश्लेषण किया। |
(iii) मेण्डल ने अपने प्रयोग के लिए पौधे का चुनाव भी सावधानीपूर्वक किया। |
मटर के पौधे का चयन - मेण्डल ने अपने प्रयोगों के लिए उद्यान मटर का चयन किया क्योंकि- |
(i) एकवर्षीय (Annual) पादप होने के कारण कम समय में अनेक पीढ़ियों का अध्ययन किया जाना सम्भव था। |
(ii) द्विलिंगी पुष्प (Bisexual flower) होने के कारण स्वपरागण (Self pollination) के द्वारा समयुग्मजी (Homozgous) पादप अथवा शुद्ध वंशक्रम (Pure Line) सरलता से प्राप्त किया जा सकता है। |
(iii) विपुंसन (Emasculation) विधि द्वारा कृत्रिम परपरागण (Artificial cross pollination) आसानी से किया जा सकता है। |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec