A) भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर वर्षा की मात्रा में कमी आती है।
B) स्थलीय भागों की अपेक्षा महासागरों के ऊपर अधिक वर्षा होती है।
C) संसार में वर्षा का वितरण एक समान है।
D) इनमे से कोर्इ नहीं
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - इनमे से कोर्इ नहीं |
व्याख्या - वर्षा के वितरण के संदर्भ में उपरोक्त सभी कथन सत्य है। |
वस्तुत: विश्व में वर्षा का वितरण असमान है। विभिन्न समय और भिन्न स्थान के अनुसार जलवायविक दशाएं भिन्न-भिन्न होती हैं, जिसके कारण वर्षा की मात्रा में विषमता पार्इ जाती है। |
स्थलीय भागों की अपेक्षा महासागरों के ऊपर अधिक वर्षा होती है। |
पर्वत, तट के समांतर क्षेत्रों में, पवनाभिमुख मैदानों में अधिक वर्षा होती है, जबकि पवन विमुख क्षेत्र की दिशा में वर्षा की मात्रा घटती जाती है। |
भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाने पर वर्षा की मात्रा में कमी आती है। |
महाद्वीपों के आंतरिक भागों की तुलना में तटीय क्षेत्रों में अधिक वर्षा देखने को मिलती है। |
मध्य अक्षांशों में उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांशों के मध्य पछुआ पवनों के प्रभाव से पूर्व महाद्वीपों के पश्चिमी किनारों पर वर्षा होती है जो पूर्व की ओर घटती जाती |
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