A) आयाम मॉडुलन द्वारा
B) आवृत्ति मॉडुलन द्वारा
C) कला मॉडुलन द्वारा
D) कोण मॉडुलन द्वारा
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - आयाम मॉडुलन द्वारा |
व्याख्या - तरंग का मॉडुलन तीन प्रकार से किया जा सकता है। |
(i) आयाम मॉडुलन (AM) |
(ii) आवृत्ति मॉडुलन (FM) |
(iii) कला मॉडुलन (PM) |
आयाम मांडुलित तरंग की बैंड चौड़ाई कम होती है जबकि आवृत्ति मॉडुलिग तरंग की बैंड चौड़ाई अधिक होती है। आयाम मॉडुलन का व्यापक उपयोग में ध्वनि तरंगों के व्यावसायिक प्रसारण के लिए किया जाता है। जबकि आवृत्ति मॉडुलन का उपयोग रेडियो व TV प्रसारण में किया जाता है। आवृत्ति मॉडुलन, आयाम मॉडुलन की अपेक्षा अच्छा होता है। दूरदर्शन में चित्र प्रसारण के लिए आयाम मॉडुलन तथा ध्वनि संचरण के लिए आवृत्ति संचरण या मॉडुलन की आवश्यकता होती है। |
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