A) न्यायमूर्ति वी. रामास्वामी
B) न्यायमूर्ति भट्टाचार्य
C) न्यायमूर्ति सौमित्र सेन
D) न्यायमूर्ति पी.डी. दिनाकरण
Correct Answer: C
Solution :
व्याख्या-भारत में महाभियोग का पहला मामला उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश वी. रामास्वामी (1991-93) का है। जाँच समिति द्वारा दुव्र्यवहार का दोषी पाए जाने के बावजूद उन पर महाभियोग नहीं लगाया जा सका क्योंकि. यह लोकसभा में पारित नहीं हो सका। इसी तरह न्यायमूर्ति सौमित्र सेन पर राज्यसभा ने 18 अगस्त, 2011 को महाभियोग प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। उन पर 1983 के एक मामले में 33.23 लाख रुपये की हेरी-फेरी के आरोप में दोषी ठहराया गया था। 5 सितम्बर, 2011 को लोकसभा में इस पर चर्चा होनी थी, परन्तु उन्होंने इससे पूर्व ही त्याग-पत्र दे दिया था।You need to login to perform this action.
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