1. भारत में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को हटाने के लिए रीति, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश को हटाने की रीति के समान है। उच्च न्यायालय का कोई स्थायी न्यायाधीश अपने पद से सेवानिवृत्ति के पश्चात् भारत में किसी भी न्यायालय या किसी प्राधिकारी के समक्ष अभिवाचन नहीं कर सकता। उपरोक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं? |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 और न ही 2
Correct Answer: A
Solution :
व्याख्या-भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 (4) में उच्चतम एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को उनके पद से हटाने की प्रक्रिया का है। इसके तहत इस अनुच्छेद में विहित प्रक्रिया से प्रामाणित कदाचार असमर्थता के आधार पर संसद द्वारा अधिनियमित न्यायाधीश (जाँच) अधिनियम, 1968 द्वारा संसद में महाभियोग प्रस्ताव पारित करके हटाया जा सकता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद-220 में उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश रहने के पश्चात् विधि व्यवसाय पर निर्बन्धन का उल्लेख है। इसके अनुसार उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश सेवानिवृत्ति के पश्चात् जिस उच्च न्यायालय में वह स्थायी न्यायाधीश रहा हो उससे भिन्न उच्च न्यायालय या उच्चतम न्यायालय में अभिवाचन कार्य कर सकता है, जबकि अनुच्छेद 124 के अनुसार उच्चतम न्यायालय का सेवानिवृत्त न्यायाधीश भारत के किसी न्यायालय या प्राधिकारी के समक्ष अभिवाचन का कार्य नहीं कर सकता है।You need to login to perform this action.
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