A) प्रतिबद्ध न्यायपालिका से
B) जनहित याचिका से
C) न्यायिक पुनर्विलोकन से
D) न्यायिक स्वतंत्रता से
Correct Answer: B
Solution :
व्याख्या-जनहित याचिका की अवधारणा की उत्पत्ति एवं इसका विकास अमेरिका में 1960 के दशक में हुआ अमेरिका में इसे प्रतिनिधित्वहीन समूहों के हितों को कानूनी या वैधानिक प्रतिनिधित्व प्रदान करने के लिए प्रतिपादित गया था। भारत में जनहित याचिका या पीआईएल (पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन) सर्वोच्च न्यायालय 4 की न्यायिक सक्रियता (जुडिशल एक्टिविज्म) का एक उत्पाद है। इसकी शुरुआत 1980 के दशक के मध्य में हुई। न्यायमूर्ति वी.आर. कृष्ण अय्यर तथा न्यायमूर्ति पी.एन. भगवती भारत में पीआईएल की अवधरणा के प्रवर्तक रहे हैं। पीआईएल को सामाजिक क्रिया याचिका (सोशल एक्शन लिटिगेशन) सामाजिक हित याचिका (सोशल इंटरेस्ट लिटिगेशन) तथा वर्गीय क्रिया याचिका (क्लास एक्शन लिटिगेशन) के रूप में भी जाना जाता है।You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec