A) ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी
B) पेशी तन्तुओं में थोड़ी बहुत टूट-फूट
C) ग्लूकोज का अवक्षय
D) लैक्टिक एसिड का संचय
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - लैक्टिक एसिड का संचय |
व्याख्या - लम्बे समय तक कठोर शारीरिक कार्य या व्यायाम करने से पेशियों में ऊर्जा का व्यय बहुत बढ़ जाता है तथा अधिकांश ATP , ADP में बदल जाती है जिसकी पूर्ति हेतु ग्लूकोज का ऑक्सीकरण तेजी से होने लगता है लेकिन फेफड़े उतनी शीघ्रता से ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं कर पाते हैं। ऐसी स्थिति में पेशियां वायवीय श्वसन के साथ अवायवीय श्वसन भी करने लगती हैं, जिससे ग्लूकोज का अपूर्ण विघटन होता है इसके परिणामस्वरूप लैक्टिक अम्ल का उत्पादन होता है तथा हमारी सांसें फूलने लगती हैं। इसी कारण मांपेशियों में थकान का अनुभव होता है। इस समय सामान्य अवस्था के अनुपात में \[{{O}_{2}}\] की खपत बढ़ जाती है। इसी \[{{O}_{2}}\] की अतिरिक्त खपत को ऑक्सीजन ऋण (Oxygen Dept) कहते हैं। विश्राम के समय यह लैक्टिक अम्ल पायरुविक अम्ल में अपघटित होता है तथा \[C{{O}_{2}}\] व \[{{H}_{2}}O\]बनाता है। |
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