A) बिदकभागम
B) हिरण्य
C) उदरंग
D) उपरनिका
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - बिदकभागम व्याख्या - प्राचीन भारत में सिंचाई कर को बिदकभागम् अथवा उदक भाग कहा गया है। कौटिल्य के अर्थशास्त्र के अनुसार नदी, सरोवर, कुएं से सिंचाई करने वाले कृषक से उपज का 1/5 वां भाग एवं राजकीय नहर की सिंचाई करने वाले से 1/3 भाग, बिदकभागम् के रूप में वसूला जाना चाहिए। अर्थशास्त्र में इसका सिंचाई से संबंध नहीं था।You need to login to perform this action.
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