A) लोलक की पूर्ण ऊर्जा
B) लोलक की गतिज ऊर्जा
C) लोलक की पूर्ण स्थितिज ऊर्जा
D) शून्य
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - शून्य |
व्याख्या - एक डोरी द्वारा साधारण लोलक पर किया गया कार्य एक दोलन गति के दौरान शून्य होता है। डोरी में तनाव पूर्णत: डोरी के समान्तर घटक को समाप्त कर देता है। यह स्थिति डोरी को पुनः पूर्व स्थिति या शून्य के समान ला देती है। |
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