सूची-I | सूची-II | ||
1. | रूपभेद | [a] | प्रत्यक्ष के विभिन्न रूपों का ज्ञान |
2. | वर्णिकाभंग | [b] | कूची और रंगों का कलात्मक प्रयोग |
3. | भाव | [c] | अनुभूतियों के चित्रण का ज्ञान |
4. | लावण्य योजना | [d] | सौन्दर्य सृष्टि और कलात्मक प्रस्तुति |
A) A- 1, B- 2, C- 3, D- 4
B) A- 4, B- 3, C- 2, D- 1
C) A- 1, B- 2, C- 4, D- 3
D) A- 2, B- 4, C- 3, D- 1
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर [a] 1 2 3 4 |
व्याख्या - लगभग तीसरी सदी में वात्स्यायन ने अपनी पुस्तक कामसूत्र में षडांग की विस्तृत व्याख्या की है। भारतीय चित्रकला के ये 6 अंग निम्नलिखित हैं : |
(i) रूपभेद - प्रत्यक्ष के विभिन्न रूपों का ज्ञान |
(ii) प्रमाणम - परिप्रेक्ष्य माप और संरचना का ज्ञान |
(iii) भाव - अनुभूतियों के चित्रण का ज्ञान |
(iv) लावण्य योजना - सौन्दर्य सृष्टि और कलात्मक प्रस्तुति |
(v) सादृश्यं - दो विभिन्न वस्तुओं में समानता का ज्ञान |
(vi) वर्णिकभंग - कूची और रंगों का कलात्मक प्रयोग |
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