कवक जगत के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये |
1. कवक में उपस्थित कोशिका भित्ति काइटिन की बनी होती |
2. इस जगत की कुछ प्रजातियां साइनोबैक्टीरिया के साथ सहजीवी संबंध दर्शाती हैं। |
3. इस जगत के जीव मृतजीवी होते हैं। |
उपर्युक्त कथनों में से कौन-साध्से सही है/हैं? |
A) केवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - केवल 1 और 2 |
व्याख्या - कवक में काइटिन नामक जटिल शर्करा की बनी हुर्इ कोशिका भित्ति पार्इ जाती है। कवकों की कुछ प्रजातियां नील-हरित शैवाल (साइनोबैक्टीरिया) के साथ स्थायी अंतसंबंध बनाती हैं जिन्हें लाइकेन कहते है। ये लाइकेन अक्सर पेड़ों की छालों पर रंगीन धब्बों के रूप में दिखार्इ देते हैं। कवक विषमपोषी (Heterotrophic) यूकैरियोटिक जीव हैं। ये पोषण के लिये सड़े-गले कार्बनिक पदार्थो पर निर्भर हैं। इस कारण इन्हें मृत्तोपजीवी कहते है। इनमें कर्इ अपने जीवन की विशेष अवस्था में बहुकोशिकीय हो जाते हैं। |
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