A) द्रव तापमापी
B) गैस तापमापी
C) डाक्टरी तापमापी
D) पूर्ण विकिरण तापमापी
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - पूर्ण विकिरण तापमापी |
व्याख्या - पूर्ण विकिरण तापमापी- इसका प्रयोग दूर की वस्तुओं के ताप जैसे सूर्य, तारों आदि का तापक्रम मापने में प्रयोग किया जाता है \[800\text{ }{}^\circ C\] से ऊपर ऊष्मीय विकिरण उत्पन्न होती है। |
तापमापी- ताप के मापन हेतु प्रयुक्त होने वाले यंत्र को तापमापी कहा जाता है। तापमापी मुख्यत: निम्न प्रकार के होते है |
द्रव तापमापी- इसमें पारा (Hg) या एल्कोहल \[\left( {{C}_{2}}\text{ }{{H}_{5}}\,OH \right)\] का प्रयोग किया जाता है। पारा \[\left( -39{}^\circ C \right)\] पर जमता है और \[357{}^\circ C\] पर उबलता है। तो पारे वाले तापमापी का तापमान परास \[30{}^\circ C\] से \[350\text{ }{}^\circ C\] होता है। इससे कम ताप के लिए एल्कोहल तापमापी का प्रयोग किया जाता है। इसका जमाव बिन्दु \[-115{}^\circ C\] होता है। अत: ठंडे स्थानों पर एल्कोहल वाले तापमापी का प्रयोग किया जाता है। |
गैस तापमापी- गैसों के तापक्रम को मापने हेतु 1 इसमें हाइड्रोजन अथवा नाइट्रोजन गैस का प्रयोग होता है। हाइड्रोजन का प्रयोग करने पर इससे \[500{}^\circ C\] तक तापमापन कर सकते हैं। नाइट्रोजन का प्रयोग \[1500{}^\circ C\] तक मापने में करते हैं। डाक्टरी तापमापी- मानव एवं अन्य जीव धारियों के शरीर के ताप के मापन हेतु इसका प्रयोग करते है। इसमें पारे का प्रयोग करते हैं। इसमें तापमान कम होता है। |
प्लैटिनम प्रतिरोध तापमापी- प्लेटिनम के तारे के विशेष गुण का उपयोग करके ताप मापा जाता है। तापमापी की परास \[200{}^\circ C\] से \[1200{}^\circ C\] तक होता है। |
तापयुग्म तापमापी- तापयुग्म मापी सीबेक प्रभाव पर आधारित |
होता है। इसमें -200 से \[1600{}^\circ C\] तक मापन किया जाता है। |
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