A) लोहा तथा टिन
B) सीसा तथा टिन
C) एल्युमीनियम तथा सीसा
D) एल्युमीनियम तथा लोहा
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - सीसा तथा टिन |
व्याख्या - सोल्डरिंग प्रक्रिया एक गलनशील (Saprogenic) प्रक्रिया होती है, जिसमें सोल्डर 90\[^{o}C\] से 450 \[^{o}C\]तापमान पर गलन बिन्दु पर पहुंचता है और पिघला पदार्थ धात्विक (Metallic) सतह से जुड़ जाता है। विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक एवं प्लम्बिंग के क्षेत्र में इसका प्रयोग होता है। इस प्रक्रिया में टीन एवं सीसा से बने सोल्डर का प्रयोग किया जाता है। |
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