A) आर्य समाज की
B) ब्रह्म समाज की
C) प्रार्थना समाज की
D) थियोसोफिकल सोसाइटी की
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - आर्य समाज |
व्याख्या - सत्यार्थ प्रकाश नामक ग्रंथ की रचना आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती ने की थी। दयानन्द सरस्वती ने इस ग्रंथ की रचना हिन्दी में की। हालांकि उनकी मातृभाषा गुजराती थी और संस्कृत भाषा का भी इतना ज्ञान उन्होंने अर्जित कर लिया था कि धारा प्रवाह बोल सकते थे, फिर भी स्वामी जी ने सत्यार्थ प्रकाश नामक ग्रंथ की रचना हिन्दी में की। |
टिप्पणी - स्वामीजी का कहना था- मेरी आंख तो उस दिन को देखने के लिए तरस रही है, जब कश्मीर से कन्याकुमारी तक सब भारतीय एक ही भाषा बोलने और समझने लग जाएंगे। |
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