A) देवेंद्र नाथ टैगोर
B) र्इश्वर चंद्र विद्यासागर
C) केशव चंद्र सेन
D) राजा राममोहन राय
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - केशव चंद्र सेन |
व्याख्या - केशवचंद्र सेन 1856 र्इ. में ब्रह्म समाज के सदस्य बने। उन्होंने अपने भाषणों तथा लेखों द्वारा अनेक नवयुवकों को ब्रह्म समाज के प्रति आकर्षित किया। समाज के विचारों को प्रचारित करने के लिए उन्होंने संत सभा की स्थापना की। फलस्वरूप, देवेन्द्रनाथ टैगोर से उनका मतभेद हो गया और उन्होंने 1866 र्इ. में भारतीय ब्रह्म समाज की स्थापना की। |
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