A) रामकृष्ण परमहंस
B) स्वामी विवेकानंद
C) बंकिम चंद्र चटर्जी
D) राजा राममोहन राय
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर- स्वामी विवेकानंद |
व्याख्या - स्वामी विवेकानंद ने हिंदू धर्म में व्याप्त संकीर्णताओं की आलोचना की, अत: उन्हें 19वीं सदी के उत्तरार्ध में नव हिंदूवाद के सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधि माना जाता है। उनके अनुसार हिंदू धर्म अब केवल खान-पान तक सीमित हो गया । वह धनी व्यक्ति द्वारा गरीबों के शोषण एवं धर्म की कुविकसित्ता पर अधिक अप्रसन्न थे। टिप्पणी - विवेकानंद के अनुसार भूखे व्यक्ति से धर्म की बात करना र्इश्वर तथा मानवता का अपमान है। जब तक द्य लाखों लोग भूख तथा अज्ञानता का जीवन व्यतीत करते हैं। मैं उन लोगों को देशद्रोही मानता हूं जिन्होंने विद्या तथा ज्ञान को उनके व्यय पर प्राप्त किया और उनका थोड़ा भी ध्यान नहीं दिया। |
उत्तर- स्वामी विवेकानंद |
You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec