A) नास्तिकता पर
B) अद्वैतवाद पर
C) एकदेववाद पर
D) बहुदेववाद पर
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर- एकदेववाद पर |
व्याख्या - ब्रह्म समाज हिन्दू धर्म से सम्बन्धित प्रथम धर्म-सुधार आन्दोलन था, जिसमें एकदेववाद का विशिष्ट स्थान था। इसके संस्थापक राजा राममोहन राय थे, जिन्होंने 20 अगस्त 1828 में इसकी स्थापना कलकत्ता में की थी। इसका मुख्य उद्देश्य तत्कालीन हिन्दू समाज में व्याप्त बुरार्इयों, सती प्रथा, बहुविवाह, जातिवाद, अस्पृश्यता आदि को समाप्त करना था। राजा राम मोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण का पिता माना जाता है। |
टिप्पणी - राजा राम मोहन राय पहले भारतीय थे, जिन्होंने समाज में व्याप्त मध्ययुगीन बुरार्इयों को दूर करने के लिए आन्दोलन चलाया। |
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