A) (i) और (ii)
B) (ii) और (iii)
C) (i) और (iii)
D) (i), (ii) और (iii)
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - (i), (ii) और (iii) |
व्याख्या - सोलहवीं शताब्दी के कई शिलालेखीय और साहित्यिक स्रोतों में कुचिपुड़ी नृत्य का उल्लेख मिलता है। मंडूकशब्दम, तरंगम और जलचित्र नृत्यम कुचिपुड़ी में समाहित एकल तत्व हैं। इनका सही सुमेलन इस प्रकार है |
· मंडूक शब्दम - मेढ़क की कहानी |
· तरंगम - पीतल की थाल के किनारों पर पांव रखकर नृत्य प्रस्तुति। |
· जल चित्र नृत्यम- पैर के अंगूठे से सतह पर चित्र बनाना। |
टिप्पणी - |
· मान्यताओं के अनुसार आंध्रप्रदेश के कुचिपुड़ी गांव में भगवान कृष्ण के भक्त योगी सिद्धेन्द्र ने यक्षगान के रूप में कुचीपुड़ी शैली का विचार किया। |
· 1669 ईसवी में गोलकुंडा के नवाब अब्दुल हसन के सामने इस नृत्य का प्रदर्शन किया गया तो वे इससे बहुत प्रभावित हुए, और उन्होंने इस प्रदर्शन में भाग लेने वाले ब्राह्मणों को गांव दान दिए। इसके बाद उन ब्राह्मणों के वंशज परिवारों ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया गया। |
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