प्रकाश श्वसन के संदर्भ में कौन साध्से कथन सत्य है/हैं? |
1. यह क्रिया मुख्यत: \[{{C}_{3}}\]पौधों में होती है। |
2. इस प्रक्रिया में तीन कोशिकांग क्लोरोप्लास्ट, परॉक्सिसोम तथा माइटोकॉन्ड्रिया भाग लेते हैं। |
3. इस क्रिया में भोजन का विघटन तो होता है, लेकिन ATP का निर्माण नहीं होता है। |
कूट: |
A) ऑकेवल 1
B) केवल 1 और 2
C) केवल 2
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - केवल 1 और 2 |
व्याख्या - \[{{C}_{3}}\] पौधों में प्रकाश की उपस्थिति में होने वाली श्वसन की वह क्रिया जिसमें, ऑक्सीजन को ग्रहण किया जाता है तथा \[C{{O}_{2}}\]को निष्कासित किया जाता है तथा बिना ATP के संश्लेषण के ही संचालित होता रहता है, प्रकाशीय श्वसन (Photorespiration) कहलाता है। |
इस प्रक्रिया में तीन कोशिकांग क्लोरोप्लास्ट, परॉक्सिसोम तथा माइटोकॉन्ड्रिया भाग लेते हैं। यह क्रिया RUDP कार्बोक्सिलेज एन्जाइम की दोहरी प्रवृत्ति के कारण सम्भव होता है, यह क्रिया पौधों में दिन के समय अधिक तापक्रम एवं अधिक प्रकाश की उपस्थिति संपन्न होती है। पत्तियों में जब\[C{{O}_{2}}\]की अपेक्षा \[{{O}_{2}}\] की सान्द्रता वृद्धि हो जाती है तब प्रकाश-श्वसन की क्रिया शुरू होती है। इस क्रिया द्वारा पौधे ऑक्सीजन की अधिक मात्रा को\[C{{O}_{2}}\] में परिवर्तित \[{{O}_{2}}\] कर की सान्द्रता को \[C{{O}_{2}}\] की अपेक्षा कम कर देते हैं। जिससे सामान्य प्रकाश-संश्लेषण क्रिया सुचारू रूप से चलने लगती है। |
इस क्रिया में भोजन का विघटन तो होता है, लेकिन ATP का निर्माण नहीं होता है, अत: यह विनाशकारी क्रिया है। इस क्रिया में NAD का अपचयन भी नहीं होता। इसमें उत्पन्न ऊर्जा, ऊष्मा (Heat) के रूप में निष्कासित हो जाती है। |
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