अनॉक्सी श्वसन क्रिया के सन्दर्भ में कौन साध्से कथन सत्य है। |
1. इसमें भोज्य पदाथोर्ं का पूर्णत: ऑक्सीकरण होता है। |
2. यह प्रक्रिया कोशिकाद्रव्य सम्पन्न होती हैं। |
3. इसके फलस्वरूप बहुत कम मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है। |
कूट: |
A) ऑकेवल 1 और 2
B) केवल 2 और 3
C) केवल 1 और 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - केवल 2 और 3 |
व्याख्या-अवायवीय श्वसन या अनॉक्सी श्वसन (Anaerobic respiration) - यह श्वसन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है तथा इसमें भोज्य पदाथोर्ं का अपूर्ण ऑक्सीकारण होता है। इसका अंतिम उत्पाद ब्व, और ऐल्कोहॉल या लैक्टिक अम्ल (जन्तुओं में) होता है। यह कोशिका द्रव्य में होता है जिसमे ऊर्जा अपेक्षाकृत बहुत कम ऊर्जा (2 ATP) उत्सर्जित होती है। यह श्वसन उच्च वर्गीय पौधों में अस्थायी रूप से असामान्य परिस्थतियों में ही होता है तथा कुछ जलाक्रांतिक (Water lodged) पौधों की जड़ों में भी। यह केवल कुछ जीवाणुओं, कवकों, अंकुरण करने वाले बीजों आदि में होता है इसके अतिरिक्त कुछ परजीवी कृमियों जैसे - एस्केरिस, टीनिया, जन्तु पेशियों तथा कुछ सूक्ष्मजीवी में सम्पन्न होता है। |
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