A) तीर्थयात्रा
B) मोक्ष में विश्वास
C) देवनामप्रिय उपाधि
D) पशु चिकित्सालय खोलें
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - देवनामप्रिय उपाधि |
व्याख्या - अशोक 273 ई. पू. के लगभग मगध के राज सिहासन पर बैठा। उसके अभिलेखों में सर्वत्र उसे देवनामप्रिय, देवानां प्रियदसि कहा गया है जिसका अर्थ है- देवताओं का प्रिय या देखने में सुंदर इससे उसकी हिन्दू धर्म में आस्था के संकेत मिलते हैं। |
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