A) चंद्रगुप्त प्रथम
B) समुद्रगुप्त प्रथम
C) चंद्रगुप्त द्वितीय
D) कुमारगुप्त
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - समुद्रगुप्त प्रथम |
व्याख्या -प्रयाग प्रशस्ति गुप्त राजवंश के सम्राट समुद्रगुप्त के दरबारी कवि हरिसेन द्वारा रचित लेख था। इस लेख को समुद्रगुप्त द्वारा 200 ई. में कौशाम्बी से लाये गए अशोक स्तंभ पर खुदवाया गया था। प्रशस्ति के अनुसार परिचय में समुद्रगुप्त को महाराजाधिराज श्री चन्द्रगुप्त का महादेवी कुमार देवी से उत्पन्न पुत्र तथा लिच्छवी दौहित्र बताया गया है। |
विशेष - प्रशस्ति में उल्लेख है कि समुद्रगुप्त ने नेपाल, असम, बंगाल के सीमावर्ती प्रदेश एवं पंजाब पर अधिकार कर लिया था। इनके अलावा उसने आटविक (अर्थात् जंगली राज्य) में उसने उत्तर में गाजीपुर से जबलपुर और विध्याचल क्षेत्र तक अधिकार किया एवं दक्षिण में दस से अधिक राज्यों के शासकों को पराजित कर छोड़ दिया था। कवि हरिषेन प्रयाग प्रशस्ति में पल्लवों पर विजय अभियान का उल्लेख भी करते हैं। इसके अनुसार उसने दक्षिण-पथ में अपनी दिग्विजय यात्रा में सर्वप्रथम दक्षिण कोसल नरेश महेन्द्र को पराजित किया था। उसके पश्चात महाकान्तर के व्याघ्रराज को अधीन किया |
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