A) प्रशासन से
B) विधि से
C) व्याकरण और काव्य से
D) उपर्युक्त सभी से
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - व्याकरण और काव्य से |
व्याख्या - तोलक्कप्पियम द्वितीय संगम का एक मात्र शेष ग्रंथ है। ग्रंथ तोलक्कप्पियम व्याकरण और काव्य से सम्बन्धित है। अगस्त्य ऋषि के बारह योग्य शिष्यों में से एक तोलक्कप्पियम द्वारा यह ग्रंथ लिखा गया था। सूत्र शैली में रचा गया यह ग्रंथ तमिल भाषा का प्राचीनतम व्याकरण ग्रंथ है। |
टिप्पणी - इसके तीन भाग हैं- एझुत्ताधिकारम, सोल्लाधिकाराम् पोरुलाधिकारमा |
विशेष - सूत्र शैली में रचा गया यह ग्रंथ तमिल भाषा का प्राचीनतम व्याकरण ग्रंथ है। संगमकालीन इस ग्रंथ में आठों प्रकार के विवाहों का उल्लेख मिलता है। इस ग्रंथ में प्रेम विवाह को पंचतिणै, एक पक्षीय प्रेम को कैक्किणै एवं अनुचित प्रेम को पेरुन्दिणै कहा गया है। |
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