गुप्तकालीन मूर्तिकला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - |
1. मथुरा गुप्तकाल में मूर्तिकला के प्रमुख केन्द्र थे। |
2. गुप्तकालीन मूर्तिकला की भद्रता तथा शालीनता को दिखाया गया है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - गुप्तकाल में मूर्ति तकला के प्रमुख केन्द्र मथुरा, सारनाथ और पाटलिपुत्र थे। गुप्तकालीन मूर्ति तकला की विशेषताएं हैं कि इन मूर्ति तयों में भद्रता तथा शालीनता, सरलता, आध्यात्मिकता के भावों की अभिव्यक्ति, अनुपातशीलता आदि गुणों के कारण ये मूर्ति तयां बड़ी स्वाभाविक हैं। इस काल में भारतीय कलाकारों ने अपनी एक विशिष्ट मौलिक एवं राष्ट्रीय शैली का सृजन किया था, जिसमें मूर्ति त का आकार गात, केशराशि, मांसपेशियां, चेहरे की बनावट, प्रभामण्डल, मुद्रा, स्वाभाविकता आदि तत्त्वों को ध्यान में रखकर मूर्ति त का निर्माण किया जाता था। यह भारतीय एवं राष्ट्रीय शैली थी। |
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