A) महासागरीय गर्त
B) महासागरीय ढाल
C) महासागरीय मग्न तट
D) गहरे सागरीय मैदान
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - गहरे सागरीय मैदान |
व्याख्या - महासागरीय नितल का सबसे विस्तृत भाग गहरे सागरीय मैदान कहलाते हैं। यह महासागर के बीच का अत्यंत कम ढाल वाला क्षेत्र है जिसकी विभिन्न भागों में गहरार्इ अलग-अलग होती है। इस प्रकार के गम्भीर सागरीय मैदान में पंक, कीचड़, आदि के निक्षेप पाए जाते हैं। यहां ज्वालामुखी से सम्बन्धित लाल मिट्टी भी पायी जाती है महाद्वीपीय मग्नढाल के पश्चात् गहरे सागरीय तल का आरंभ होता है। समुद्र के नितल का अधिकांश भाग इसी से घिरा है। ये तल प्राय: ऊंचे-नीचे और ऊबड़-खाबड़ होते हैं। इसी से इनकी गहरार्इ भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न पायी जाती है, फिर भी इनका ढाल बहुत क्रमिक होता है अत: इनको धरातल के मैदानों के अनुरूप माना जा सकता है। |
टिप्पणी - |
प्रशांत व हिंद महासागर का गहन सागरीय मैदान अत्यधिक चौड़ा है जबकि अटलांटिक का मैदान अत्यधिक संकरा है |
गहरे सागरीय मैदानी भागों के तल से कर्इ श्रेणियां व पठार सभी महासागरों में उभार के रूप में पाए जाते हैं। |
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