A) तथा परॉक्सीएसिटिलनाइट्रेट के बीच, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में
B) CO तथा \[{{O}_{3}}\] परॉक्सीएसिटिलनाइट्रेट के बीच, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में
C) CO,\[C{{O}_{2}}\] तथा \[N{{O}_{2}}\]के बीच, निम्न ताप पर
D) \[N{{O}_{2}}\] के उच्च सान्द्रण, 0, तथा ब्व के बीच, शाम के समय
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - \[N{{O}_{2}}\], \[{{O}_{3}}\] तथा परॉक्सीएसिटिलनाइट्रेट के बीच, सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में |
व्याख्या - प्रकाश रासायनिक धूम्र कोहरे (Smog) का निर्माण -जब जीवाश्म र्इंधनों का दहन होता है, तब पृथ्वी के वातावरण में कर्इ प्रदूषकउत्सर्जित होते हैं। इनमें से में दो प्रदूषक हाइड्रोकार्बन (अदहित र्इंधन) एवं नाइट्रिकऑक्साइड (NO) है। जब इन प्रदूषकों का स्तर पर्याप्त ऊंचा हो जाता है, तब सूर्यप्रकाश से इनकी अन्योन्य क्रिया के कारण शृंखला अभिक्रिया होती हैं, जिसमें NO, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (\[N{{O}_{2}}\]) में परिवर्तित हो जाती है। यह \[N{{O}_{2}}\] सूर्यप्रकाश से ऊर्जा ग्रहण कर पुन: नाइट्रिकऑक्साइड एवं मुक्त ऑक्सीजन में विघटित हो जाती है - \[N{{O}_{2(g)}}\to N{{O}_{(g)}}+{{O}^{.}}_{(g)}\] |
ऑक्सीजन परमाणु अत्यधिक क्रियाशील होने के कारण \[{{O}_{2}}\] के साथ संयुक्त होकर ओजोन में परिवर्तित हो सकता है उपर्युक्त अभिक्रिया में निर्मित \[{{O}_{3}}\] शीघ्रतापूर्वक उपर्युक्त अभिक्रिया में बनी हुर्इ NO गैस के साथ अभिक्रिया कर पुन: गैस. बनाती है। \[N{{O}_{2}}\]एक भूरी गैस है, जिसका उच्च स्तर धुंध का कारण हो सकता है - |
\[N{{O}_{(g)}}+{{O}_{3(g)}}\to N{{O}_{2(g)}}+{{O}_{2(g)}}\] |
ओजोन एक जहरीली गैस है। \[N{{O}_{2}}\]एवं \[{{O}_{3}}\] दोनों ही प्रबल ऑक्सीकारक हैं। इस कारण प्रदूषित वायु में उपस्थित अज्वलनशील हाइड्रोकार्बनों के साथ अभिक्रिया करके कर्इ रसायनों, जैसे-फार्मेल्डिहाइड, एक्रोलीन एवं परॉक्सीऐसीटिलनाइट्रेट (PAN) का निर्माण करते हैं। |
ओजोन (\[{{O}_{3}}\]), नाइट्रोजन डाइ-ऑक्साइड (\[N{{O}_{2}}\]) तथा पैराक्सिलएसीटाइलनाइट्रेट (PAN) सामूहिक रूप से प्रकाश-रसायनी धूम्र कहलाते हैं। |
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