छठवीं-सातवीं सदी में नई कृषि अर्थव्यवस्था के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये - |
1. जो ग्राम अनुदान में दिया जाता था, उसके किसान अन्य स्थानों पर चले जाते थे। |
2. फसल उपज का कर वसूल करने का कार्य बंटाइदार करने लगे। |
उपर्युक्त कथनों में कौनसाध्से सत्य है/हैं? |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2 दोनो
D) ना तो 1 ना ही 2
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - केवल 2 व्याख्या - सातवीं सदी में गया और नालंदा के अभिलेख में शिल्पियों और किसानों से कहा गया कि वे दान किये गए गांवों को नहीं छोड़ें, अतः वे एक गांव में रहकर वहां की सभी आवश्यकताओं को यथासाध्य पूरा किया करते थे। इस काल में कृषि अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन आया। अब भू-स्वामी न तो स्वयं अपनी जमीन आबाद करते और न ही कर की वसूली, यह कार्य उन किसानों या बंटाइदारों को सौंपा जाता था, जो जमीन से तो जुड़े थे परंतु कानूनन. उसके हकदार नहीं थे।You need to login to perform this action.
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